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Top 10 Natural Colours for Lipstick (Naturally Derived Pigments Guide)

Introduction

Natural and herbal cosmetics ki demand fast grow ho rahi hai, especially lipstick shades jo plant-based ya mineral-based colours se bante hain. Synthetic dyes jaise FD&C colours kuch logon ko suit nahi karte, isliye cosmetic formulators aur DIY creators natural pigments prefer karte hain.

Iss blog me hum Top 10 Natural Lipstick Colours, unke benefits, shade output, aur kis formulation me best kaam karte hain, sab detail me samjhenge.

Top 10 Natural Colours for Lipstick

01 : Beetroot Powder (Beet Red)

beetroot

Shade Output: Deep pink, rosy red
Use Form: Powder, extract, oil infusion
Why it’s great:

  • Antioxidant-rich
  • Gives naturally vibrant colour
  • Perfect for tinted balms + soft matte lipstick

Note: Water-soluble pigment hai — oil formulation me stabilizer use karein.

02 : Alkanet Root (Ratanjot)

natural colour

Shade Output: Wine red, plum, dark purple
Use Form: Oil infusion
Why it’s great:

  • Herbal colour, centuries se use hota aa raha
  • Gives very rich, long-lasting natural tint

03 : Hibiscus Powder

hibiscus

Shade Output: Soft pink, berry pink
Benefits:

  • Skin-friendly
  • Lightweight pinkish glow
  • Great for lip balms and glossy tints

04 : Red Iron Oxide (Mineral Pigment)

Shade Output: Classic bold red
Why it’s great:

  • FDA-approved mineral pigment
  • Non-bleeding, highly stable
  • Matte + creamy lipstick dono me suitable

05 : Yellow Iron Oxide

lemon

Shade Output: Peach, coral, warm nude
Use For:

  • Nude shade balancing
  • Coral and warm undertone lipsticks

06 : Brown Iron Oxide

Shade Output: Chocolate brown, mocha, earthy nude
Ideal for:

  • Everyday nude lipsticks
  • Coffee, chocolate, warm brown shades

07 : Cocoa Powder

Shade Output: Light brown tint
Benefits:

  • Natural colour + fragrance
  • Budget-friendly natural option

08 : Turmeric (Curcumin)

curcumin

Shade Output: Yellow-gold, warm golden hues
Use Little:

  • Strong pigment — kam quantity me kaam

09 : Mica Powder (Natural Mineral Mica)

Shade Output: Shimmer pinks, golds, nudes, metallic
Benefits:

  • Glossy finish
  • Sparkle + brightness
  • Stable and safe cosmetic-grade colour

10 : Annatto Seed (Bixa Orellana)

Shade Output: Orange, coral, bright peach
Benefits:

  • Warm tropical colour
  • Oil-soluble, easy to infuse

Popular Natural Lipstick Shades You Can Create

Nude Brown

Brown oxide + yellow oxide + nude mica

Wine Red

Alkanet + red oxide

Soft Pink

Beetroot + hibiscus

Coral

Annatto + yellow oxide

Berry Shade

Hibiscus + red oxide

Benefits of Using Natural Lipstick Colours

✔ Skin-safe

✔ No harsh chemicals

✔ Eco-friendly

✔ Customizable tones

✔ Long-lasting mineral pigments

✔ Suitable for sensitive lips

How to Use Natural Colourants in Lipstick

  1. Oil infusion: Alkanet, annatto, beetroot
  2. Powder blending: Iron oxides, cocoa powder
  3. Mineral shine addition: Mica powders
  4. Stabilizers needed:
    • For beetroot → emulsifiers
    • For turmeric → very low %

FAQs

Q1. Kya natural lipstick colours long-lasting hote hain?

Mineral pigments like iron oxides + mica sabse long-lasting hote hain.

Q2. Kya beetroot and hibiscus waterproof lipstick me use ho sakte hain?

Haan, par unhe oil-phase compatible banana padta hai.

Q3. Kya natural colours lips ko dark banate hain?

Nahi, safe cosmetic-grade hawas used hote hain.

Q4. Kya natural pigments matte lipstick me work karte hain?

Haan — especially oxides + mica perfect matte finish dete hain.

Conclusion

Natural lipstick colours plant-based aur mineral-based dono options provide karte hain. Beetroot, hibiscus jaise herbal pigments soft shades banate hain, jabki iron oxides bold and long-lasting matte colours create karte hain. Mica shine provide karta hai aur annatto coral warmth deta hai—so aap apni brand ya DIY formulation ke hisab se easily shade customize kar sakti hain.

हिबिस्कस हेयर ऑयल 2025

हिबिस्कस हेयर ऑयल बालों को घना, मजबूत और चमकदार बनाता है। जानिए इसके मुख्य लाभ, उपयोग और असरकारी गुण।

वर्तमान कॉर्पोरेट जगत में हम सभी अपनी पर्सनल ग्रूमिंग पर विशेष ध्यान देना चाहते हैं। बाल आपकी पर्सनैलिटी का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं।

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केमिकल युक्त उत्पादों की अधिकता और अस्वस्थ जीवनशैली से बालों की समस्याएँ दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं। ऐसे समय में हिबिस्कस हेयर ऑयल यानी गुड़हल का तेल बालों की देखभाल में वरदान साबित हो रहा है। यह सदियों से हमारी परंपरा में उपयोग होता आया है और आज भी अपनी प्राकृतिक खूबियों के लिए प्रसिद्ध है।

हिबिस्कस हेयर ऑयल क्या है?

हिबिस्कस का तेल ताजे हिबिस्कस फूलों और पत्तियों को नारियल तेल या तिल के तेल में मिलाकर तैयार किया जाता है। इसमें बालों की ग्रोथ को बढ़ाने और डैमेज को रिपेयर करने वाले प्राकृतिक तत्व होते हैं।

गुड़हल का तेल, Hibiscus Oil

हिबिस्कस हेयर ऑयल के प्रमुख लाभ

🌿 1. बालों की जड़ों को मज़बूती प्रदान करना

हिबिस्कस में विटामिन C और अमीनो एसिड प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये बालों की जड़ों को पोषण देकर टूटने और झड़ने से बचाते हैं।

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🌿 2. असमय सफेद बालों को रोकना

गुड़हल का तेल बालों की प्राकृतिक रंगत को बरकरार रखने में सहायक है। नियमित मालिश से असमय सफेद बालों की समस्या कम होती है।

🌿 3. बालों की ग्रोथ बढ़ाना

इस तेल में मौजूद फाइटो न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं, जिससे बाल तेजी से बढ़ते हैं।

🌿 4. डैंड्रफ और खुजली का समाधान

हिबिस्कस तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो डैंड्रफ, खुजली और स्कैल्प की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

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🌿 5. बालों को नैचुरल कंडीशनिंग देना

यह बालों में नमी बनाए रखता है और रूखे-सूखे बालों को मुलायम व चमकदार बनाता है।

कैसे करें उपयोग?

1. तेल को हल्का गुनगुना कर लें।

2. उंगलियों की मदद से बालों की जड़ों में धीरे-धीरे मालिश करें।

3. 2–3 घंटे या पूरी रात के लिए तेल लगाकर छोड़ दें।

4. माइल्ड शैम्पू से धो लें।

5. सप्ताह में 2 बार इसका उपयोग सर्वोत्तम परिणाम देता है।

क्यों चुनें हिबिस्कस हेयर ऑयल?

> कॉर्पोरेट दृष्टिकोण से देखें तो आजकल लोग केमिकल-फ्री और इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स की ओर बढ़ रहे हैं। हिबिस्कस हेयर ऑयल प्राकृतिक, लागत प्रभावी और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है, जो बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त भी दिला सकता है।

निष्कर्ष

हिबिस्कस हेयर ऑयल आपके बालों के लिए सम्पूर्ण पोषण का स्रोत है। यदि आप बालों की समस्याओं से जूझ रहे हैं या प्राकृतिक हेयर केयर को अपनाना चाहते हैं, तो यह तेल अवश्य आज़माएं।

आज ही इसे अपनी हेयर केयर रूटीन में शामिल करें और बालों की सेहत में सकारात्मक परिवर्तन महसूस करें।

🌺 हिबिस्कस शैंपू के अद्भुत (Amazing) फायदे

“हिबिस्कस शैंपू के उपयोग और लाभ जानें। बालों का झड़ना, डैंड्रफ, और स्कैल्प समस्याओं का प्राकृतिक समाधान। घर पर हिबिस्कस शैंपू बनाने की आसान विधि।”

हिबिस्कस, जिसे हिंदी में गुड़हल के नाम से जाना जाता है, एक ऐसा प्राकृतिक उपाय है जो न केवल आपके बगीचे को सुंदर बनाता है, बल्कि आपके बालों को भी स्वस्थ और चमकदार बनाता है। हिबिस्कस शैंपू, जो गुड़हल के फूलों और पत्तियों के अर्क से तैयार किया जाता है, आजकल बालों की देखभाल के लिए एक लोकप्रिय और प्रभावी विकल्प बन चुका है। इस ब्लॉग में हम हिबिस्कस शैंपू के उपयोग, लाभ, और इसे अपनी हेयर केयर रूटीन में शामिल करने के तरीकों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

हिबिस्कस शैंपू क्या है?

हिबिस्कस शैंपू एक प्राकृतिक हेयर केयर प्रोडक्ट है, जिसमें गुड़हल के फूलों और पत्तियों का अर्क मुख्य घटक के रूप में उपयोग किया जाता है। गुड़हल में विटामिन सी, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, आयरन, और एमिनो एसिड्स जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो बालों और स्कैल्प को पोषण प्रदान करते हैं। यह शैंपू रासायनिक उत्पादों का एक सुरक्षित विकल्प है, जो बालों की प्राकृतिक चमक और मजबूती को बढ़ाता है।

हिबिस्कस शैंपू के उपयोग

हिबिस्कस शैंपू का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जो इसे बहुमुखी बनाता है:बालों की गहरी सफाई: यह शैंपू स्कैल्प से गंदगी, अतिरिक्त तेल, और प्रदूषण को हटाता है, जिससे बाल साफ और ताजा रहते हैं।डैंड्रफ का उपचार: गुड़हल के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण डैंड्रफ और स्कैल्प की खुजली को कम करने में मदद करते हैं।प्राकृतिक कंडीशनिंग: हिबिस्कस शैंपू बालों को मुलायम और रेशमी बनाता है, जिससे अलग कंडीशनर की जरूरत कम हो जाती है।बालों के विकास को बढ़ावा: नियमित उपयोग से यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है और बालों का झड़ना कम करता है।हेयर मास्क के साथ उपयोग: हिबिस्कस शैंपू के बाद गुड़हल आधारित हेयर मास्क का उपयोग करने से बालों को अतिरिक्त पोषण मिलता है।

हिबिस्कस शैंपू के प्रमुख लाभ

हिबिस्कस शैंपू के नियमित उपयोग से कई लाभ मिलते हैं, जो इसे हर हेयर केयर रूटीन का हिस्सा बनाते हैं:बालों का विकास और मजबूती: गुड़हल में मौजूद विटामिन सी और एमिनो एसिड्स बालों की जड़ों को पोषण देते हैं, जिससे बाल घने, मजबूत, और लंबे होते हैं।डैंड्रफ और स्कैल्प समस्याओं का समाधान: इसके एंटी-माइक्रोबियल गुण स्कैल्प को स्वस्थ रखते हैं और डैंड्रफ को प्रभावी रूप से कम करते हैं।प्राकृतिक चमक और मुलायम बाल: हिबिस्कस शैंपू बालों को प्राकृतिक चमक देता है और फ्रिजीनेस को नियंत्रित करता है।बालों का झड़ना कम करता है: यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है, जिससे बालों का टूटना और झड़ना कम होता है।रासायनिक-मुक्त और सुरक्षित: प्राकृतिक सामग्री से बना यह शैंपू सभी प्रकार के बालों के लिए सुरक्षित है और स्कैल्प को नुकसान नहीं पहुंचाता।रक्त संचार में सुधार: स्कैल्प की मालिश के दौरान हिबिस्कस शैंपू रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे बालों को अधिक पोषण मिलता है।

हिबिस्कस शैंपू का उपयोग कैसे करें?

हिबिस्कस शैंपू का सही उपयोग इसके लाभों को अधिकतम करता है। यहाँ चरण-दर-चरण प्रक्रिया दी गई है:बालों को गीला करें: गुनगुने पानी से बालों और स्कैल्प को अच्छी तरह गीला करें।शैंपू लगाएं: उचित मात्रा में हिबिस्कस शैंपू लें और स्कैल्प पर हल्के हाथों से मालिश करें।2-3 मिनट मालिश करें: शैंपू को स्कैल्प और बालों में अच्छी तरह फैलाएं ताकि गंदगी और तेल हट जाए।पानी से धोएं: साफ पानी से शैंपू को पूरी तरह धो लें।कंडीशनर का उपयोग (वैकल्पिक): हिबिस्कस या एलोवेरा आधारित कंडीशनर का उपयोग करें ताकि बाल मुलायम रहें।नियमितता: सप्ताह में 2-3 बार उपयोग करें, अत्यधिक उपयोग से स्कैल्प सूख सकता है।

घर पर हिबिस्कस शैंपू कैसे बनाएं?

अगर आप रासायनिक उत्पादों से बचना चाहते हैं, तो घर पर हिबिस्कस शैंपू बनाना आसान है:सामग्री:10-12 ताजा गुड़हल के फूल और पत्तियां1 कप पानी100 मिली कैस्टाइल साबुन (प्राकृतिक शैंपू बेस)5-6 बूंद नारियल तेल या बादाम तेलनिर्माण प्रक्रिया:गुड़हल के फूलों और पत्तियों को पानी में उबालकर गाढ़ा अर्क तैयार करें।अर्क को ठंडा होने दें और इसे कैस्टाइल साबुन में मिलाएं।इसमें नारियल तेल या बादाम तेल डालें और अच्छी तरह मिलाएं।मिश्रण को एक बोतल में स्टोर करें और उपयोग करें।उपयोग:इस घरेलू शैंपू को 1-2 सप्ताह के भीतर उपयोग करें, क्योंकि इसमें प्रिजर्वेटिव्स नहीं होते।

हिबिस्कस शैंपू के साइड इफेक्ट्स और सावधानियांहिबिस्कस शैंपू आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन निम्नलिखित सावधानियां बरतें:

एलर्जी टेस्ट: पहली बार उपयोग करने से पहले, शैंपू को त्वचा के छोटे हिस्से पर आजमाएं।अधिक उपयोग से बचें: रोजाना उपयोग से स्कैल्प सूख सकता है।गुणवत्ता जांच: सल्फेट और पैराबेन-मुक्त हिबिस्कस शैंपू चुनें।

हिबिस्कस शैंपू कहां से खरीदें?

हिबिस्कस शैंपू ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोर्स पर आसानी से उपलब्ध है। कुछ विश्वसनीय ब्रांड्स:Khadi Natural Hibiscus & Aloe Vera ShampooBiotique Bio Hibiscus ShampooHimalaya Herbals Anti-Dandruff Shampoo (हिबिस्कस युक्त)खरीदते समय टिप्स:सामग्री सूची जांचें और प्राकृतिक उत्पाद चुनें।ग्राहक समीक्षाएं पढ़ें।अमेज़न, फ्लिपकार्ट, या स्थानीय हर्बल स्टोर्स से खरीदें।

गुड़हल के फूलों से घर पर बनाएं पोषक तेल

गुड़हल के फूलों से घर पर बनाएं पोषक तेल – बालों के लिए सम्पूर्ण आयुर्वेदिक समाधान

आज के आधुनिक युग में बालों का गिरना, असमय सफेद होना और कमजोर होकर टूटना एक बड़ी समस्या बन गई है। लोग महंगे-महंगे रासायनिक उत्पादों में समाधान ढूंढते हैं, लेकिन इनसे समस्या कुछ समय के लिए ही कम होती है। लंबे समय तक बालों की सेहत को बनाए रखने के लिए आयुर्वेदिक और पारंपरिक उपाय सबसे प्रभावशाली होते हैं। गुड़हल का फूल (Hibiscus Flower) उन्हीं प्राकृतिक तत्वों में से एक है, जिसका उपयोग सदियों से भारत में बालों की सुंदरता और मजबूती के लिए किया जाता रहा है। गुड़हल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स, अमीनो एसिड, विटामिन सी और फ्लेवेनॉइड्स पाए जाते हैं। ये तत्व बालों की जड़ों को पोषण देते हैं, उनका समय से पहले सफेद होना रोकते हैं और बालों को घना तथा चमकदार बनाते हैं। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि घर पर ताजे गुड़हल के फूलों से कैसे शुद्ध और असरदार तेल तैयार किया जाता है।गुड़हल के फूलों से घर पर बनाएं पोषक तेल…

गुड़हल का तेल, Hibiscus Oil

गुड़हल का तेल बालों के लिए एक सम्पूर्ण औषधि माना जाता है। इसके अनेक लाभ हैं जो इसे रोजमर्रा की हेयर केयर रूटीन में शामिल करना जरूरी बनाते हैं।

✅ बालों का गिरना रोके
गुड़हल में मौजूद पोषक तत्व हेयर फॉलिकल्स को पुनर्जीवित करते हैं और बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं। इससे बाल टूटने और झड़ने की समस्या धीरे-धीरे कम होती है।

✅ सफेद बालों को रोकता है
गुड़हल का तेल नियमित लगाने से बालों का प्राकृतिक काला रंग बरकरार रहता है। इसमें प्राकृतिक रंजक होते हैं जो पिग्मेंटेशन सुधारने में मदद करते हैं।

✅ स्कैल्प की सेहत बेहतर करता है
यह तेल एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो डैंड्रफ, खुजली और संक्रमण को कम करता है।

✅ बालों में घनत्व और चमक बढ़ाता है
नियमित उपयोग से बाल घने और मुलायम हो जाते हैं। उनकी प्राकृतिक चमक लौट आती है।

✅ बालों की लंबाई बढ़ाने में सहायक
गुड़हल तेल बालों की जड़ों में रक्त संचार बढ़ाता है जिससे बाल तेजी से बढ़ते हैं।

घर पर गुड़हल का तेल बनाने की आसान विधि

आवश्यक सामग्री

ताजे गुड़हल के फूल – 8–10 फूल

गुड़हल के पत्ते – 10–12

नारियल का तेल – 250 मिली

कांच की बोतल या जार – स्टोरेज के लिए

बनाने की प्रक्रिया

1. सबसे पहले फूलों और पत्तों को साफ पानी में अच्छी तरह धो लें।

2. इन्हें 15 मिनट के लिए कपड़े पर रखकर सुखा लें।

3. अब एक कड़ाही में नारियल का तेल डालें और हल्का गर्म करें।

4. जैसे ही तेल थोड़ा गर्म हो जाए, उसमें फूल और पत्ते डालें।

5. धीमी आंच पर फूलों को पकाएं। धीरे-धीरे तेल का रंग बदलने लगेगा और फूल सिकुड़ने लगेंगे।

6. तेल को 15–20 मिनट पकाने के बाद गैस बंद कर दें।

7. तेल को कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें।

8. 6–8 घंटे बाद इसे छान लें और एक कांच की बोतल में भर लें।

इस तरह घर में बना पोषक तेल तैयार हो जाएगा। इसे 4–6 महीने तक आराम से स्टोर किया जा सकता है।

गुड़हल के तेल को लगाने का सही तरीका

गुड़हल का तेल लगाने का सर्वोत्तम तरीका यह है कि इसे रात में बालों में लगा कर छोड़ दें। इससे पोषक तत्व बालों की जड़ों तक पूरी तरह पहुंचते हैं।

लागू करने की विधि

1. बालों की जड़ों में हल्के हाथ से मसाज करें।


2. पूरी स्कैल्प पर तेल को समान रूप से फैलाएं।


3. बालों को हल्के कपड़े से ढक लें।


4. अगली सुबह माइल्ड शैम्पू से बाल धो लें।

 

यदि आप रात में न लगाना चाहें, तो नहाने से 1–2 घंटे पहले भी यह तेल लगा सकते हैं।

गुड़हल तेल के अन्य उपयोग

हेयर मास्क के रूप में
गुड़हल के फूलों को पीसकर पेस्ट बनाएं और बालों में लगाएं। 30–60 मिनट बाद धो लें।

गुड़हल पाउडर का उपयोग
बाजार में मिलने वाला गुड़हल पाउडर नारियल तेल में मिलाकर 20–30 मिनट तक बालों में लगाएं।

मेथी और करी पत्ता के साथ मिश्रण
गुड़हल, मेथी और करी पत्ते को एक साथ पकाकर तेल बनाएं और सप्ताह में दो बार उपयोग करें।

स्प्रे के रूप में
फूलों को पानी में उबालकर छान लें। इस पानी को स्प्रे बोतल में भरकर बालों पर छिड़कें।


गुड़हल तेल से जुड़े उपयोगी सुझाव

✅ तेल हमेशा कांच की बोतल में ही रखें।
✅ इसे ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें।
✅ सप्ताह में कम से कम 2 बार उपयोग करें।
✅ माइल्ड शैम्पू का ही उपयोग करें।
✅ रात में लगाने पर सर्वोत्तम परिणाम मिलते हैं।


निष्कर्ष

गुड़हल का तेल बालों के लिए प्रकृति का दिया एक अनमोल तोहफा है। यह बालों की जड़ों को पोषण देता है, स्कैल्प को स्वस्थ बनाता है और बालों में प्राकृतिक घनत्व तथा चमक लाता है। इसके नियमित उपयोग से असमय सफेद बालों की समस्या, बालों का झड़ना और कमजोर होना दूर हो सकता है।

यदि आप चाहते हैं कि आपके बाल लंबे समय तक घने, काले और मजबूत बने रहें, तो इस पारंपरिक उपाय को अपनी हेयर केयर रूटीन में अवश्य शामिल करें।